दिल की बात-------

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सोमवार, 7 मार्च 2011

दिल की बात-------: दिल की बात-------: ''तुझको सब कुछ अर्पित "

दिल की बात-------: दिल की बात-------: ''तुझको सब कुछ अर्पित "
Posted by IRA Pandey Dubey at 8:32 am
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1 टिप्पणी:

ओम पुरोहित'कागद' ने कहा…

जय हो रितु जी !
जोरदार उदगार !
महिला दिवस की बधाई !

7 मार्च 2011 को 10:02 am बजे

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IRA Pandey Dubey
Durg, C.G, India
मैंने एम.पी.एड., एम. ए. (हिंदी), किया है !मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग से चयनित होकर महाविद्यालय मे कार्यरत हूं, मैने शारीरिक शिक्षा विषय मे अपना शोध प्रबंध पूरा कर पं. रविशंकर शुक्‍ल विश्वाविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है. भावों से भरी हूं, भावनाओं को शब्‍द के किसी भी रूप मे परिवर्तित करना चाहती हूं, कविता, कहानी, लेख ..., जिद्दी हूं जो चाहती हूं करती हूं, संवेदनशील इतनी कि हृदय जल्दी खुश या दुखी हो जाता है और अपने भावों को छिपा नहीं पाती हूं, झूठ मुझे पसंद नहीं, जहां तक बन पड़े रिश्तो को बचाने का प्रयास करती हूं. हर वक्त कुछ न कुछ करना चाहती हूं .. .. सृजनशील रहना चाहती हूं.
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