तुम अपनी रंजिशे को हम दोनों के दरमियाँ से हटा के तो देखो
तुम्हारा सोचने का नजरिया ही बदल जायेगा जिंदगी को लेकर।
थोड़ा कदम बढ़ा के तो देखो बाकि दूरियाँ हम तय कर लेगे .
तुम केवल हाथो को बढ़ा के तो देखो गले हम लग जायेगे तुम्हारी कसम।
चन्द लम्हों की जिंदगी है मेरी तेरे लिए तो मैंने खुद से दुआ कर ली है
तेरे चेहरे पर एक तब्बसुम जो आ जाये मेरे लिए या खुदा
एक पूरी जिंदिगी इस लम्हे में जी लेगे हम" ऋतु "
तुम्हारा सोचने का नजरिया ही बदल जायेगा जिंदगी को लेकर।
थोड़ा कदम बढ़ा के तो देखो बाकि दूरियाँ हम तय कर लेगे .
तुम केवल हाथो को बढ़ा के तो देखो गले हम लग जायेगे तुम्हारी कसम।
चन्द लम्हों की जिंदगी है मेरी तेरे लिए तो मैंने खुद से दुआ कर ली है
तेरे चेहरे पर एक तब्बसुम जो आ जाये मेरे लिए या खुदा
एक पूरी जिंदिगी इस लम्हे में जी लेगे हम" ऋतु "
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